प्रधानमंत्री 8 बजे भाषण देते है, भाषण समाप्त भी नहीं होता है कि लोगों की भीड़ गलियों की दुकानों पर जमा होने लगती है। किसी को आटा चाहिए किसी को दाल किसी को मसाले। डरे हुए लोग रोजमर्रा का राशन जमा करने दौड़ पड़ते है। उन्हें प्रधानमंत्री के अनुसार 21 दिनों तक यह लड़ाई लड़नी है। हर दुकान के बाहर 50 से 60 लोग दिखाई पड़ते हैं। मौजपुर (दिल्ली) के कबीर नगर में गफूर चौक पर विपिन जनरल स्टोर है। जनरल स्टोर के मालिक 21 दिनों बाद शायद करोड़पति हो जाएं। घटें के हिसाब से लाला जी चीजों के दाम सुबह से ही बढ़ा रहे थे लेकिन प्रधानमंत्री जी के भाषण के बाद इन्होंने लम्बी छलांग लगाई। Read also: Anti defection law: Need for reforms कल जो हाथी ब्रांड आटे का कट्टा 280 रुपये में दे रहे थे, अब वो 350 रुपये का है। इतना मंहगा क्यों दे रहे हो पूछने पर कहते हैं कि पीछे से ही मंहगा आया है। हर घंटे पीछे से उनको महंगा सामान मिला है। सिर्फ आटा ही मंहगा नहीं है बल्कि हर सामान आसमान छूती कीमतों पर बेचा जा रहा है। परसों 15 किलो तेल के जिस टीन को 1400 रूपये में बेच रहे थे आज वो 1700 रूपये में है। लोग नहीं देख...