भक्ति का ये एक ऐसा काल है जहां आप जितनी नफरत बांट पाएंगे उतना ही अपने आका को खुश कर पाएंगे। चरण-चुंबन के इस दौर में हमारे देश की तमाम विभूतियों ने अपना स्थापित वजूद मिट्टी में मिलाकर चटुकारिता को स्वीकार किया. चटुकारिता में भी होड़ मची तो कुछ लोग एकदम निम्न स्तर पर पहुंच गए। ऐसा ही कुछ नजारा इंडिया टीवी पर देखने को मिल रहा है। भारतीय मीडिया जगत में अपना नाम स्थापित कर चुके रजत शर्मा ने मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर उमड़ी दिहाड़ी मजदूरों की भीड़ को लेकर ट्वीट किया, उन्होंने लिखा, ‘बांद्रा में जामा मस्जिद के बाहर इतनी बड़ी संख्या में लोगों का इकट्ठा चिंता की बात है, इन्हें किसने बुलाया? अगर ये लोग घर जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए आए हैं तो उनके हाथों में सामान क्यों नहीं है?’ यह भी पढ़ें: मोदी के भाषण के बाद की वो कहानी जो सुनाई कम गई पर है सबकी! इस ट्वीट में उन्होंने बांद्रा के रेलवे स्टेशन की जगह जामा मस्जिद लिखा है, दिहाड़ी मजदूरों की भीड़ को उन्होंने मस्जिद से जोड़कर अपने मजहबी नफरत वाले मंसूबे दिखा दिए, जिस जामा मस्जिद का जिक्र रजत शर्मा ने अपने ट्वीट में किया है और इ