गुजरात मॉडल - ये वो प्रोडक्ट है, जिसपर PhD होनी चाहिए। गुजरात मॉडल का पैकेट हवा से भरा हुआ था। लेकिन बिका खूब। इतना कि पूरे देश को इस मॉडल के रंग में रंगे जाने की बात होने लगी। और इस मॉडल के पेंटर बाबू यानी कि नरेंद्र मोदी को देश की जिम्मेदारी सौंप दी गई। गुजरात मॉडल की पोल-खोल हालाँकि 2014 के बाद से ही गुजरात मॉडल की पोल खुलने लगी। खासतौर पर शुरुआती सालों में आम आदमी पार्टी गुजरात मॉडल के खिलाफ बड़ी ताकत से खड़ी रही। अरविंद केजरीवाल खुद गुजरात गए और वहाँ की सड़कों, सफाई व्यवस्था को लेकर गुजरात मॉडल की आलोचना की। लोगों को बेचा गया सबसे बड़ा झूठ अब गुजरात मॉडल खुद चीख-चीख कर बता रहा है कि मैं इस देश के लोगों को बेचा गया सबसे बड़ा झूठ हूँ। ज्यादा पीछे नहीं जाते हैं। शुरू करते हैं फरवरी से। कोरोना का वायरस दस्तक दे चुका था। और पीएम मोदी एक नए परसेप्शन को क्रिएट करने के लिए नमस्ते ट्रंप का आयोजन करवा रहे थे। अहमदाबाद क्रिकेट स्टेडियम में भव्य आयोजन होना था। और इस आयोजन से पहले गुजरात मॉडल को ढ़कने के लिए अहमदाबाद में सड़कों पर 4 फुट ऊँ...