बचपन में हम सबने एक कहानी पढ़ी थी। एक व्यक्ति के पास मुर्गी थी जो हर दिन एक सोने का अंडा देती थी। मालिक उसे बाजार में बेचकर रोज पैसा कमाता। कुछ समय बाद उसके मन में लालच आ गया और वह एक साथ बहुत सारा सोने का अंडा पाने के लिए मुर्गी को काट दिया। इस कहानी से बच्चो को सीख दी गई कि लालच बुरी बला है। अब इस कहानी का वर्तमान स्वरुप देखिए। देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी बीपीसीएल बिकने जा रही है । मोदी सरकार इसे निजी हाथों में सौंपने की पूरी तैयारी कर चुकी है। बस ग्राहक मिलने की देरी है। अमूमन देखा गया है कि जो सरकारी संस्थान या कंपनी घाटे में चल रहे सरकार उन्हें ही निजी हाथों को सौंपती है लेकिन बीपीसीएल तो सोने की मुर्गी है। आप घाटे की बात ही छोड़िए। इस कंपनी ने बीते अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही के बीच 2777.6 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया। मतलब हर महीने 900 करोड़। हर दिन 30 करोड़। हर घंटे सवा करोड़ रुपए की कमाई इस कंपनी ने करके सरकार को दी। लेकिन इसे जल्द ही निजी हाथों में सौंप दिया जाएगा। यह भी पढ़ें : ...